वर्ण विचार :- एक सामान्य परिचय
वर्ण शब्द संस्कृत की “वृ” धातु से बना है, जिसका अर्थ है वरण करना या चुनना|
भाषा की सबसे छोटी इकाई होती है और ध्वनि | ध्वनि का लिखित रूप ही वर्ण कहलाता है|
परिभाषा :- सबसे छोटी इकाई जिस के टुकड़े नहीं किए जा सकते हो वर्ण कहलाते
हैं|
भाषा की सबसे छोटी मौखिक इकाई ध्वनि होती है और सबसे छोटी लिखित इकाई वर्ण
होते है|
(भाषा - शरीर की सबसे छोटी इकाई है,
ध्वनि और वाक्य भाषा की पूर्ण
इकाई है।)
वर्णमाला:- वर्णों के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला कहते हैं।
वर्ण दो प्रकार के होते हैं-
- स्वर
- व्यंजन
- स्वर :-
ऐसी
ध्वनियां (वर्ण ) जिनका उच्चारण करने में अन्य किसी ध्वनि (वर्ण) की सहायता की न
लेनी पड़े, उन्हें स्वर कहते हैं। स्वर मुख्य रूप से 11 होते है :-
अ,
आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ , ए, ऐ, ओ, औ,
- व्यंजन :-
ऐसे वर्ण (ध्वनियाँ) जो स्वरों की सहायता से उच्चारित होते हैं व्यंजन कहलाते हैं |
मूल रूप से व्यंजन स्वर रहित होते है| बिना स्वरों के व्यंजनों का उच्चारण संभव
नही है| इनकी कुल संख्या 33 है|
क
ख ग घ ड़
च
छ ज झ ञ
ट
ठ ड ढ ण
त
थ द ध न
प
फ ब भ म
य
र ल व
श ष स ह =33
संयुक्त व्यंजन
संयुक्त व्यंजन
क्ष
( क् + ष्) ,त्र ( त् + र्) ,ज्ञ (ज् + ञ)
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अति सुंदर सर
जवाब देंहटाएंवर्णमाला का टॉपिक बहुत ही सरलता से समझाया गया है
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बहुत ही सराहनीय कार्य है धन्यवाद सर